Loading...

Kamvasna

Wife Sex Story

मेरी रंडी बीवी की चुदाई की बातें

What did you think of this story
 0 0

Wife Sex Story में मैंने अपनी सेक्सी बीवी की मेरे साथ पहली चुदाई की घटना बताई है. उसकी चूत खुली हुई थी पर वह बहुत सेक्सी थी तो मुझे बुरा नहीं लगा.

नमस्ते दोस्तो, मेरा नाम रंजन चौधरी है.
मैं जोधपुर (बदला हुआ नाम व शहर) का रहने वाला हूँ.

मैं कामवासना साइट पर नया ही हूँ.
पहले मुझे वीडियोज देखने का बड़ा शौक था, कहानियां नहीं पढ़ता था.
पता मुझे था … पर कभी कहानियों पर भरोसा भी हुआ.

मैंने दुनिया के सभी तरह के वीडियो देखे, रियल फिक्शन मूवीज के सीरीज के भी देखे … और इनसे ही मेरे अन्दर अलग तरह की इच्छाएं जागीं.

पर आज मुझे सेक्स वीडियोज देखना कम अच्छा लगता है क्योंकि देसी वीडियो बड़े ही भद्दे होते हैं और विदेशी लंड चूत देख देख कर ऊब गया था.
जबकि सेक्स कहानियां विशुद्ध देसी होती हैं और इनमें सेक्स का एक अलग ही लेबल का मजा आता है.

दोस्तो, मेरी सेक्स कहानी में नाम और शहर के नाम के अलावा सब पूरी तरह से सच है.
मुझे नहीं पता कि लोग मेरी सेक्स कहानी को कितना सच मानते हैं.
लेकिन मैंने Wife Sex Story में सब सच लिखा है, मेरे साथ जो हुआ, वही लिखा है.

इस घटना की शुरूआत मेरी शादी से हुई थी.
2014 में मेरी शादी हुई थी.
मेरी ससुराल, मेरे शहर से करीब सौ किलो मीटर की दूरी पर है.
यह जगह एक तहसील है.

मेरी शादी अरेंज मैरिज थी.
मेरे घर वाले अच्छे ठीक ठाक घर से हैं, जमीन है कुछ पैसा भी है. मैं भी स्नातक तक पढ़ा लिखा हूँ.
मेरी शादी भी हमारे जैसे ही घर में ही हुई थी.

अपनी बीवी के बारे में मैं आपको बता दूँ कि वह भी बारहवीं पास है.
स्नातक के पहले वर्ष में वह फेल होने के कारण वह और आगे नहीं पढ़ी.
उसके घर के सब लोग भी यही चाहते थे कि अब उसकी शादी कर देनी चाहिए.

मेरी बीवी दिखने में बहुत ही सुंदर है.
सन 2014 में जब मैंने विवाह से एक महीने पहले उसे देखा था तो पागल ही हो गया था.

हालांकि तब मैंने उसकी फोटो बस देखी थी लेकिन फ़ोटो पर इतना भरोसा नहीं हुआ था.

फिर जब सामने से देखा तो मजा ही आ गया.

आपको बता दूँ कि मैं सेक्स का बहुत बड़ा रसिया था तो मैंने उसे वहीं चोदने की पूरी कोशिश की.
पर यह संभव नहीं था.

हालांकि वह भी मुझे देख कर मुझ पर फिदा हो गई थी तो अकेले में बात करते समय मैंने उससे कहा- क्या मैं तुम्हें चूम सकता हूँ.
जवाब में वह मुस्कुरा उठी थी.

बस मामला सैट हो गया था और हम दोनों में किस हो गया था.

उस वक्त बड़ी तेज चुदास चढ़ गई थी लेकिन सिर्फ चूमा चाटी से काम चलाना पड़ा था.

वापस अपने घर जाकर मुझे अहसास हुआ था कि ये तो चालू माल लगती है, पहली बार में ना शर्माई, ना कुछ … बस साली झट से लंड लेने को तैयार हो गई.

अब मैंने सोचा कि कोई नहीं, देखा जाएगा.
माल चोदने लायक था तो ज्यादा नहीं सोचा.

फिर शादी हुई और पहली रात मैंने उसे नंगी देखा.
उसका बिल्कुल गोरा बदन 34-30-36 का फिगर देख कर मजा आ गया.

वह उस समय उन्नीस साल की थी; उसी साल पहले वर्ष का पेपर देकर फेल हुई थी.

जब मैंने उसकी चूत में लंड डाला तो तुरंत पता चल गया कि ये पहले भी लंड ले चुकी है.
मैंने जैसे तैसे मन को शांत किया और उसे गचगचा पेला.

दूसरी बार में मैंने उससे लंड चूसने को बोला.
उसने मना कर दिया लेकिन मैंने उसे काफी देर तक समझाया.

उसके बाद उसने मेरा लंड अपने मुँह में लेकर अच्छे से चूसा और मेरे होंठ भी बिल्कुल सही तरह से खाए.
तो मैं पक्का हो गया कि ये सेक्स के खेल की पूरी खिलाड़िन है.

नहीं तो पहले दिन कोई लड़की लंड चूसती ही नहीं है … और चूसती भी है तो इतना अच्छे से नहीं चूस सकती.

लेकिन मुझे क्या … मेरे अन्दर तो पोर्न देख देख कर शैतान बसा हुआ था.
सही माल मिल गया था जो लंड भी मजे से चूसे और चुदाई भी खुल कर करे.

धीरे धीरे समय निकलता गया.
छह महीने बाद वह पेट से हो गई.

पहला महीना था, तब मुझे लगा अब इसके मुख से ही सच जानने का समय है.

मैंने उसे रात को चोदते समय कहा- कल दारू पीते हैं, फिर और मजे से करेंगे.
वह नहीं मानी.

मैं एक हफ्ते तक रोज उससे दारू पीने की बोलता रहा.
एक दिन उसने हां कर दी.

मैं ड्रिंक ले आ गया.
रात को रूम में आकर अच्छी तरह से सब व्यवस्था जमाई.
मैं व्हिस्की का हाफ लाया था.
उसे कोल्ड ड्रिंक के साथ दो बड़े बड़े पैग पिला दिए.

उसने पहले भी एक बार शराब पी हुई थी.
उसने पीते पीते यह भी बताया कि उसके पापा भाई चाचा ताऊ सब पीते हैं.
उसकी बड़ी फैमिली थी.
उसमें उसकी चचेरी ताऊ बुआ आदि बहुत सी बहनें थीं, जो सब ऐसी ही थीं.

वे सब मिल कर अपने किसी चचेरे भाई से मंगवा कर महीने में एक या दो बार पीती थीं.
ऐसा उसने मुझे बताया तो मैं हैरान हो गया.

अब वह तीसरा पैग ले रही थी और अच्छे खासे नशे में आ गई थी.
उस समय वह सोफ़े के नीचे बैठी थी.
मैं सोफे पर बैठ था.

मैंने अपना लंड बाहर निकाल कर उसे पकड़ा दिया.
उसने लपक कर लंड पकड़ लिया और भयंकर वाली रंडी की तरह से लंड चूसने लगी.

कुछ देर बाद वह सोफ़े पर ऊपर आ गई और उसने मेरा बॉक्सर खोल दिया.

मैंने भी मस्ती लेना शुरू कर दिया.
वह मुझे नंगा करके मेरे लंड को चूसने लगीं.
अब तो वह मेरे आंड भी बुरी तरह से चूसने और चाटने लगी.

मैं भी पागल हो गया था.
ऐसा मजा मैंने सपने में ही सोचा था.

वह और जोर जोर से चूसने चाटने लगी थी जिस वजह से मैं टिक न सका और कुछ ही देर में झड़ गया.

वह पूरा रस चाट गई.

यह देख कर मैं बहुत ही चकित रह गया.
फिर मैंने बाकी की दारू पी और उसे एक पैग और दिया.

वह फुल नशे में आ गई और गाली देते हुए लंड के लिए मरने सी लगी.
मैंने उसे नंगी किया और नशे में उसकी पैंटी भी फाड़ दी.

फिर मैंने उसे उल्टी करके घोड़ी बनाया.
पर वह बोल रही थी कि अभी और चूसने का मन कर रहा है.

मैंने कहा- नहीं, तुम बुरी तरह चूसती हो … मैं झड़ जाऊंगा.

उसने कहा- तुम कभी भी नहीं चूसते साले … आज चाटो मेरी चूत!
मैंने कहा- ठीक है.

मैं उसे घोड़ी बना कर उसकी चूत और गांड चाटने लगा.
वह बिल्कुल सच में पागल हो गई और जबरदस्ती अपनी चूत और गांड मेरे मुँह में डालने लगी.

उसकी चूत से दबने से मेरी सांस भी नहीं आ पा रही थी.
मैंने उसकी गांड पर ज़ोर से थप्पड़ मार कर उसे दूर किया.

उसकी गांड पर जहां मैंने मारा, वहां लाल हो गई.

पर उसके ऊपर जरा सा भी फर्क नहीं पड़ा था.
वह मुझे वापस नीचे गिराने लगी और गाली देने लगी- कुत्ते, तूने पिलाई क्यों … अब कर सब कुछ!

उसकी इस बात से मैं सकपका गया और नीचे लेट गया.
उसने मेरे मुँह के ऊपर बैठ कर अपनी चूत मेरे मुँह में रख दी और बुरी तरह से कमर को हिलाने लगी.

साथ ही जोर जोर से आह आह करने लगी.
कुछ ही देर बाद वह झड़ने लगी और सीधे मेरे मुँह के अन्दर उसकी चूत का पानी आने लगा था.

मैं ना चाहते हुए भी उसकी चूत का रस पीता जा रहा था.
फ़िर कैसे भी करके मैंने उसे खुद से दूर किया और उसके ऊपर चढ़ कर बोला- यार, आज तो तुम पूरी रंडी बन गई हो.

उसने बोला- तो रंडी को रंडी की तरह मजा तो दे.
उसकी यह बात सुनकर मुझे लगा कि आज सच जानने का अच्छा मौका है.

मैंने उसकी चूत में लंड डाल दिया और चोदने लगा.
वह आह आह करने लगी थी.

मैंने कहा- यार तुम इतनी बड़ी रंडी हो, आज तुम्हारा एक लंड से क्या होगा. तुम्हें तो आज दो लंड चोदते, तब मजा आता.
वह कुछ देर बाद नशे में बोली- अब दूसरा लंड किराए पर लाऊं क्या?

मैंने उसकी चूत में जोर से झटका दिया और कहा- यार जानू, तुम चाहो तो मैं तुम्हें अपने दोस्त से चुदवा सकता हूँ.
इस पर वह कुछ नहीं बोली.

मैं उसे चोदता रहा और बोलता रहा- यार, मैं चाहता हूं कि तुम मेरे सामने अच्छा सा लंड लो अच्छे से … उससे मजे लो .. मुझे बहुत मजा आएगा.
ऐसे मैं बोलता रहा.
पर वह कुछ नहीं बोल रही थी.

कुछ देर बाद वह मेरे ऊपर आ गई और लंड पर चढ़ कर जोर जोर से अन्दर बाहर करती हुई मजा लेती रही.
फिर खुद ही बोली- मुझे दो लोग चोदेंगे, तो तुझे क्या मजा आएगा?

मैंने कहा- यही तो बात है यार … सच में मुझे बहुत मजा आएगा.
वह फिर से चुप हो गई.

मैं नीचे से झटके देता हुआ चोदता रहा और उससे यही सब बोलता रहा.
अब हर बार जब रात को चुदाई होती, तो मैं यही बोलता.

बिना दारू के वह इतना खुला तो नहीं बोलती लेकिन फिर भी मैं जब ये बोलता तो वह बुरी तरह से गर्मा जाती और मजे से चुदाने लगती.
एक तरह से वह चुदाई के नशे में आ जाती.

फिर एक दिन उसने कमरे में बैठे बैठे ही मुझसे पूछा- तुम ये आजकल रात को चोदते समय क्या बोलते हो?
मैंने कहा- क्या?

उसने कहा- उस समय बोलते हो, फिर क्या हो जाता है … अब बोलो.
मैंने हिम्मत करके सब बोल दिया- हां, मैं तुम्हें दूसरे लंड से मजे लेता देखना चाहता हूँ. मैं चाहता हूँ कि तुम एक बड़े लंड से अच्छे से चुदाई करवाओ. उसका लंड खूब चूसो चाटो. फिर हम दोनों मर्द मिल कर तुम्हें आगे पीछे से एक साथ चोदें. तुझे शराब पिला कर पूरी रात पेलें.

वह बोली- कितना नाटक करता है, शर्म नहीं आती?
मैंने कहा- मैं सच बोल रहा हूँ. तू जिसकी कसम चाहे, खिलवा सकती हो.
वह बोली- ऐसा नहीं होता यार … मैं ऐसा नहीं कर सकती.

तब मैंने कहा- यार जानू, मुझे सब पता है. तुम शादी से पहले भी बहुत बार चुदवा चुकी हो … और शायद अब भी तुम गांव जाती हो, तो कौन सी ऐसे ही बिना चुदे रहती हो.

उसके दूर के चचेरे भाई पर मुझे पूरा शक था और उसके बारे में मैंने सुना भी था कि इन दोनों को एक बार रंगे हाथ पकड़ भी लिया गया था.
उस वक्त इसके भाई की बीवी ने इन्हें पकड़ा था.

मेरी बात सुनकर वह चुप हो गई.
मैंने आगे बोला- वह सुरेश, तुम्हारा गांव वाला भाई, उसके बारे में मुझे सब पता है. लेकिन मुझे कोई प्राब्लम नहीं है. तुम जितना चाहो मजा लो, लेकिन किसी को पता ना चले … बस बदनामी ना हो. बाकी तो तुम चाहो तो दस यार बनाओ.

वह मुझे देखती हुई हंसने लगी और उठ कर जाते जाते बोली- बकवास मत किया करो. उड़ती बातें सुन कर बकवास कर रहा है.
दोस्तो, आप सबको तो पता ही है कि औरत चाहे कितनी भी बड़ी रंडी हो, वह अपनी चोरी को स्वीकार कभी नहीं करती.

अब मैं रोज यही बोलने लगा- यार, तुम इतने लंड ले चुकी हो, तो मेरे साथ मजा करने में क्या जाएगा. मेरे होने से तुम्हें पूरी सुरक्षा भी रहेगी. तुमने आज तक जिसके लंड से भी मजा लिए हैं, उससे अच्छा ही लंड लाऊंगा.
मैं यह सब बोलता रहता और वह हंस कर मेरी बात को टालती रहती.

कभी थोड़ा सा गुस्सा भी करती, जिससे साफ पता लगता था कि उसका गुस्सा झूठा है.
फिर मैंने एक योजना बनाई और एक दिन फिर से दारू पीने के लिए उसे राजी कर लिया.

वह इस बार जल्द ही मान गई क्योंकि उसे पिछली बार मजा आया था.
मैं उस दिन शराब की बोतल ले आया और साथ में कोल्ड ड्रिंक व सोडा आदि भी ले आया.

मैंने उसे कोल्डड्रिंक के साथ एक बड़ा सा पैग बना कर दे दिया.
तभी मैंने भी अपना पैग सोडा के साथ बना लिया.
हम दोनों ने दो दो पैग गटक लिए.

मैंने पूछा- जानू, तुम रंडी हो ना!
वह थोड़े नशे में बोली- दारू पिलाते ही रंडी बना देता है तू … ला लंड दे … मुँह में लूँगी.

मैंने कहा- हां साली तू मेरी रंडी ही है तो है … और क्या है!
वह बोली- हां अब इस रंडी को लंड चाहिए.

मैंने बोला- कितने लंड चाहिए?
उसने कहा- साले, तू नाटक मत कर और जल्दी से अपना लौड़ा चुसवा दे.

पहले तो मैंने मना किया. उसे एक और पैग बना कर दे दिया.
उसने ले लिया और चुस्की लेती हुई बोली- अब तो मुँह में दे दे!

मैंने कहा- दे दूंगा, पहले बता मेरे दोस्त के साथ मजे करेगी!
वह सामने देखने लगी. फिर बोली- कौन सा दोस्त?

मैंने अपने एक दोस्त की फोटो दिखाई. वह छह फिट लंबा और काफी हट्टा कट्टा मर्द था.
मैंने कहा- ये तुझे इतना पेलेगा कि तू पागल हो जाएगी. इसका लंड भी मेरे लौड़े से डबल है.

वह हंस दी और बोली- तेरा लंड कितना बड़ा है, मुझे मालूम है. उससे डबल का मतलब समझता है … साले घोड़े का लंड है क्या इसका?
मैंने कहा- हां मेरा लंड भी कोई छोटा नहीं है, यह ठीक है पर मेरे दोस्त का भी काफी मस्त है.

यह सुन कर उसके मुँह से लार टपकने लगी.
उसकी आंखों में दोस्त के लंड के लिए वासना का भाव साफ दिख रहा था.

मैंने कहा- जानू तू विश्वास कर … मैं तुझे सिर्फ मजा देना चाहता हूँ और कुछ नहीं. इसमें मुझे भी बहुत मजा आएगा.

वह हंस रही थी और मेरे लौड़े को सहला रही थी.

मैंने उसे फेसबुक पर वाइफ स्वैपिंग और कुछ ऐसे ग्रुप दिखाए, जिसे देख कर वह मुस्कुरा दी.
शायद इस बार में वह पहले से जानती थी.

फिर मैंने उसे अपनी गोद में लेकर किस किया और कहा- रेडी हो ना!
वह बोली- कहां करेंगे?

मैंने कहा- वह सब तू मुझ पर छोड़ दे … सब हो जाएगा.
उसने कहा- एक बार ही करना है ना!

मैंने कहा- अगर तुझे अच्छा ना लगा तो आगे से मत करना.
उसने कहा- ठीक है.

अब उसने मेरा लंड अपनी स्टाइल में चूसना शुरू कर दिया.
बल्कि आज तो उसने पहले से भी भयंकर चूसा मतलब लंड लगभग खा ही गई.

फिर मुझे नंगा करके मेरे आंड चाटने लगी और बुरी तरह से जीभ फेरती हुई लंड और आंड चाटने लगी.

मैंने पूछा- यार, यह तो बता कि अब तक तूने कितने लंड चूसे हैं?
वह बोली- एक … वह भी तेरा. अब दूसरा जो दिलवाएगा, वह लूंगी.

मैंने कहा- साली सच बता ना रंडी मेरी … इससे मुझे और मजा आएगा!
ऐसे करके मैंने उससे बोलता रहा और वह थोड़ा हां करती, थोड़ा ना … और लंड को चूसती रही.

मैं झड़ गया और वह पूरा रस पी गई.
फिर वह बैठ गई. मैंने उसकी तरफ एक सिगरेट बढ़ा दी तो वह मुस्कुरा दी.

उसने सिगरेट सुलगा ली और बोली- एक छोटा सा पैग और बना.
मैंने उसे एक बड़ा पैग बना कर दे दिया.

वह बोली- तू देखता जा, ज्यादा ना हो जाए. उस दिन भी मुझे दिन में उल्टियां हुई थी और सर दर्द हुआ था.
मैंने कहा- बस ये लास्ट वाला और ले ले.

उसने एक झटके में ही अन्दर ले लिया.
उसी के साथ उसने एक सिगरेट भी सुलगा ली.

कुछ देर बाद मैं बोला- तू अपनी एक चुदाई की बात बताएगी, तो मैं आज तेरी चूत और गांड ऐसी ही चाटूंगा … जैसे तूने मेरा लंड चाटा है.
वह तो नशे में थी ही और उसे अपनी चूत गांड चटवाने का भी बहुत ज्यादा शौक था.

उसने कहा- मैंने अब तक बस एक ही आदमी से करवाया है.
मैंने कहा- तो उसी से अब तक करवा रही है ना!

उसने गर्दन हिला कर मना कर दिया.
मैंने कहा- फिर वही बात … यार जब सब खुला है और तुझे सब छूट है तो ड्रामा क्यों यार!

उसने कहा- हां, उसी से अब तक मरवाती हूँ … खुश अब!
मैंने कहा- कब से?

उसने कहा- जब हम दोनों दसवीं में थे, तभी से.
यह वही था जो उसका चचेरा भाई था.

मैंने पूछा- कभी पेट से नहीं हुई?
उसने कहा- हुई थी … दो बार … फिर गोलियां ले ली थीं.

मैंने कहा- उसकी तो अब शादी हो गई है न … अब कैसे होता है?
उसने कहा- हां अब बहुत मुश्किल से होता है. पिछली बार तो मैं दस दिन रही थी और हुआ ही नहीं … मौका ही नहीं मिला. सभी घरवालों को शक भी है और सबको पता भी है, तो वह सब भी ध्यान रखते हैं.

मैंने कहा- अच्छा यह बता कि उसका कितना बड़ा है?
वह बोली- तुमसे थोड़ा बड़ा है.

मैंने कहा- कम से कम पचास बार तो चोद ही चुका होगा?
उसने कहा- मैंने गिनती नहीं की.

मैंने माय Xxx वाइफ को बातों में और लगाया तो उसने नशे में बताया कि एक बार उसने अपने दोस्त से भी चुदवाया था. वह किसी विवाह का कार्यक्रम था. उसके बाद उसी दोस्त ने कई बार घर आकर मेरे साथ चूमा चाटी की और मुझसे लंड भी चुसवाया.
एक बार तो घर के पीछे मैं उसका चूस रही थी. तब सुबह सुबह पाँच बजे का समय था. तभी मेरी मां ने उसे देख लिया और उसे मार कर भगा दिया. मां ने मुझको भी दो थप्पड़ मारे और अन्दर ले आई.
मैंने सोचा कि यार इतनी सुंदर इतनी हॉट सेक्सी होकर ऐसे फर्जीवाड़े में मुँह मार रही थी.

वह नशे में बिल्कुल धुत्त थी और बोले ही जा रही थी.
मैंने कहा- चल कोई बात नहीं, अब तुम ऐसे छुप छुप कर नहीं, मेरे साथ खुल कर मजे लोगी.

वह खुश हो गई और उस दिन उसने मुझे बेहद मस्त सेक्स का मजा दिया.
उसी दिन से मैंने प्लान बनाया कि अब कैसे इस हॉट रंडी को दूसरे मर्दों के लंड दिलवाए जाएं.

आपको अगले भाग में ऐसी कहानी मिलेगी, जो आप सोच भी नहीं सकोगे कि क्या ऐसा भी होता है. आप पागल हो जाओगे, यह मेरा वादा है.
सेक्स कहानी का दूसरा भाग आपके सामने बहुत ही जल्द आएगा.
बस Wife Sex Story पर आपके कमेंट्स मिलते रहने चाहिए.
kamvasnastories69@gmail.com

Click the links to read more stories from the category इंडियन बीवी की चुदाई or similar stories about Indian sex stories.

Loading read count...

Leave a Comment

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Scroll to Top

केवल 18+ वयस्कों के लिए

इस वेबसाइट की सामग्री केवल वयस्क (18 वर्ष से अधिक आयु) व्यक्तियों के लिए है। वेबसाइट पर प्रकाशित सभी कहानियाँ पूरी तरह से काल्पनिक हैं और केवल साहित्यिक मनोरंजन के उद्देश्य से बनाई गई हैं। हम किसी भी प्रकार की अश्लील सामग्री, आपत्तिजनक व्यवहार या अवैध गतिविधि को समर्थन या प्रोत्साहन नहीं देते। कृपया इस साइट का उपयोग अपने विवेक, आयु और स्थानिक कानूनों के अनुसार करें।

इस साइट का उपयोग करते समय आपकी गोपनीयता सुरक्षित रहती है। आप जो भी सामग्री एक्सेस करते हैं, वह पूरी तरह आपकी व्यक्तिगत पसंद और जिम्मेदारी के अंतर्गत आता है।